ऐ वक़्त
ऐ वक़्त बिपुल रंजन (सिवान, बिहार) ऐ वक़्त ! चल तेरे साथ चलते चलते , तेरे चमत्कार देखेंगे । मंज़ूर है कि कभी अपनी जीत तो कभी अपनी हार देखेंगे…
Poets Community
हिंदी कविता
ऐ वक़्त बिपुल रंजन (सिवान, बिहार) ऐ वक़्त ! चल तेरे साथ चलते चलते , तेरे चमत्कार देखेंगे । मंज़ूर है कि कभी अपनी जीत तो कभी अपनी हार देखेंगे…
कोरोना में बच्चें । आयुषी सिंह (राँची, झारखण्ड) कोरोना ?कैसा रोना ?फूट – फूट कर रोना ।नहीं भाई – खूब मज – मज कर हाथ धोना । सैनेटाइजर लगाना ,…
ऐसा हो संकल्प हमारा प्रियांशी प्रिया (हाजीपुर, बिहार) हम सब बालक मातृभूमि के चरणों में नतमस्तक ।सेवा करने को संकल्पित नही भूलेंगे भरसक ।। यही दृढ़ संकल्प हमारा हम सब…
आवाज आई हैं शाहिल सौरभ (हाजीपुर, बिहार) आवाज आई हैं ।कलियाँ मुस्कुरारही हैं ।बच्चियाँ टॉप आयी हैं ।प्रोत्साहन धन पायी हैं ।उन्हें मेरी बधाई हैं । हमने देखे हैं ।लड़के…
बच्चे दिल के सच्चे आदित्य राज (हाजीपुर, बिहार) हम सब बच्चे हैं ।दिल के सच्चे हैं ।होश कम हैं ।लेकिन भावनाओं में दम हैं ।आखिर तो हम बच्चें हैं ।दिल…
कविता के कचरे डॉ० जी० भक्त हम भारत वासी हैं।हमारी विश्व में ख्याति है ।।जिसे दुनिया उत्सवों पर गाति है ।।हमारी धार्मिक संस्कृति है।प्रभुत आध्यात्मिक शक्ति है।।पर्वो पर सजावट सुहानी…