एक दिन हम जुदा हो जायेगें, कविता; एक दिन हम जुदा हो जायेगें, न जाने कहाँ खो जायेगें।
एक दिन हम जुदा हो जायेगें एक दिन हम जुदा हो जायेगें, न जाने कहाँ खो जायेगें, तुम लाख पुकारोगे हम को, पर लौट के हम न आयेगें, थक-हार के…
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हिंदी कविता
एक दिन हम जुदा हो जायेगें एक दिन हम जुदा हो जायेगें, न जाने कहाँ खो जायेगें, तुम लाख पुकारोगे हम को, पर लौट के हम न आयेगें, थक-हार के…
आती है याद। जब तुम्हारी याद आती है, आँखे खुशी से भर आती है, तुम्हरा प्यार, मेरे लिए नई प्रेरणा दे जाती है । जब तक सासे रहेगें, तब तक…
सुरसरिता नदियो में पानी है बहता , और झील में स्थिर रहता । । जब पर्वत पर वर्फ पिघलता , तब धरती पर निर्झर झरता । । धरती के अंदर…
नील गगन नील गगन , श्यामल भूतल है , नीला सागर ज्यों लहराता । सूरज चाँद पतंग सरीखे , किरण डोर पर है फहराता । । पवन मार्ग पर बादल…
मन्द पवन मंद पवन पट खोल रहा है , प्रियतम को आने की वेला । पपीहा गाती गीत विरह का , वन – उपवन में सदा अकेला । । वधु…
दोषी कौन इस विशाल भू – पटल पर , सामान्य है मानव का , पराकम है दानव का , भीषण प्रचंड शोषण , और फैलता प्रदूषण ! धरती , आकाश…