देश देव मंदिर, देश देव मंदिर है भवन उच्च भावों का ।
देश देव मंदिर 1 देश देव मंदिर है भवन उच्च भावों का । खनिज , खान , उद्यान , भोज्य भंडारों का ।। ज्ञान और विज्ञान केन्द्र सब विधि विधानों…
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हिंदी कविता
देश देव मंदिर 1 देश देव मंदिर है भवन उच्च भावों का । खनिज , खान , उद्यान , भोज्य भंडारों का ।। ज्ञान और विज्ञान केन्द्र सब विधि विधानों…
गुण – दोष 1 आज्ञा पालन हमें दिलाता स्नेह बड़ों से । सेवा और नम्रता गुण है श्रेष्ठ सबों से ।। सत्कर्म सदा फुलता – फलता यश पुण्य प्रदाता ।…
सृष्टि के बदलते आयाम 1 ब्रह्म और प्रकृति के अदभूत खेल सरीखे , सूर्य चन्द्र नक्षत्र सितारे सबकुछ देखे । पृथ्वी सागर भूमि पवन जंगल फिर पानी , दिवा –…
किशोर कल्पना खोकर नैतिकता अनुशासन और इमान को , कर्तव्यबोध को ठुकड़ाकर सेवा के व्रत को । राष्ट्रीयता को भूल देशको बेंच रहे हैं । पग – पग पर दुर्दशा…
दौड़ लगाती दफ्तर जाती , लौट – लौट जाकर दरबार ।। काम नही करते जो बाबू उनसे चलती है सरकार । काम कराते वहाँ एजेन्ट है नेता जी को क्या…
जन – गण – मन – उत्थान आओ हम सब देश बनाये सबसे सुन्दर । जहाँ न हो टकराव विवसता इसके अन्दर ।। शिक्षा , स्वास्थ्य , सुरक्षा की मजबूत…