सृष्टि का श्रेय जनतंत्र का ध्येय
सृष्टि का श्रेय जनतंत्र का ध्येय कमल काठ कागज ले हाथ।करूँ नमन चरणों में माथ ।।गुरु पितु मातु देव भगवान।जिनकी सेवा कर जग जान।। ज्ञान भक्ति सेवा का दान।चरण शरण…
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सृष्टि का श्रेय जनतंत्र का ध्येय कमल काठ कागज ले हाथ।करूँ नमन चरणों में माथ ।।गुरु पितु मातु देव भगवान।जिनकी सेवा कर जग जान।। ज्ञान भक्ति सेवा का दान।चरण शरण…
भारत का जनतंत्र डा० जी० भक्त कर्ता कम और करण,का ज्ञान कराता हमारा व्याकरण।तंत्र यंत्र और मंत्र,का हम पाते हैं विवरण ।।राजनीति का खेल खेलना,देश प्रेम का तथ्य हमारा।जिसके द्वारा…
होली आयी रे ! डा० जी० भक्त होली आई रे होली आयी।हर घर में बजी बधाई ।।यह है बसंत का मौसम।हर खेतों में हरियाली।।लगती है कितनी सुन्दर।रब्बी की फसल निराले…
सेवा का श्रेय, नेतृत्व का ध्येय, कदापि नदी प्रेय डा० जी० भक्त हे राम ! तेरी जय हो, संसार सदा निर्भय हो।रावण के वंशज को तूने ही नाश किये हो।।उससे…
सृष्टि के विविध विधान देख मत हो हैरान डा० जी० भक्त सृष्टि में प्रकृति के विविध विधान हैं।विविध आयाम, प्रमाण और पहचान है।।हर युग में राम रावण कृष्ण और कंस…
नये वर्ष पर नूतन चिन्तन 2024 डा० जी० भक्त बीता वर्ष यह मास दिसम्बर।नये वर्ष का आया नम्बर।।दो हजार चौबीस सामने ।नव संकल्प को चला थामने ।।एक महीना समय बचा…