जगे रहो
जागृत रहना सीखो बच्चों ,
जागृति में है जीवन निर्भर ।
जगता वह पाता है जग में ,
सीख सिखाता बनकर निर्भर ।।
चलना है जीवन कहलाता ,
रूकना मरना सदा समान ।
सोना सदा लक्ष्य में बाधक ,
जगना जीवन का वरदान ।।
चेतनता है जागृति का द्योतक ,
चेतनाहीन मरा कहलाता ।
जगना , चलना चेतन बनकर
जीवन को है अमर बनाता ।।
जगे रहो जबतक जीवन है ,
जागरण हो संकल्प हमारा ।
चिर शांन्ति में भी जीवन है ,
चिंतन है जीवन की धारा ।।
चेतना में जीवन फलता है
चिंतन ही है मार्ग प्रगति का ।
जगे रहो , जागकर ही जीयो ,
जीवन ही हैं अर्थ जागृतिक ।।
Major thankies for the article. Keep writing.