मेरी जिंदगी
मेरी जिंदगी शालिन्दी (सिवान, बिहार) अपनी जिन्दगी पे किताब लिखूंगी,उसमे सारे हिसाब लिखूंगी,प्यार में बेरोजगारी लिख कर । चाहतो को जिम्मेदारियों के बाद लिखूंगी । ।अपनी जिन्दगी पे किताब लिखूंगी,और…
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हिंदी कविता
मेरी जिंदगी शालिन्दी (सिवान, बिहार) अपनी जिन्दगी पे किताब लिखूंगी,उसमे सारे हिसाब लिखूंगी,प्यार में बेरोजगारी लिख कर । चाहतो को जिम्मेदारियों के बाद लिखूंगी । ।अपनी जिन्दगी पे किताब लिखूंगी,और…
“मुझे थोड़ा और रुकना था” प्रियशी सूत्रधर (धलाई, त्रिपुरा) “मुझे थोड़ा और रुकना था”प्रियशी सूत्रधर,आखिर एक दिनमेरे दिमाग ने दिल सेयह सवाल पूछ ही लिया,आखिर तुमने खोया ही क्या ?जो…
पुत्र V/S कोरोना राजु कुमार राम ( सिवान, बिहार ) बड़ी मुश्किल से एक चिराग जला था ।उसे हरपल कोरोना से बचाया था,सब लोगो ने ये जाना था ।कोरोना संकट…
कितने अपने से लगते हो तुम बिपिन कुमार (पटना, बिहार) कितने अपने से लगते हो तुमजबकि जालिम दुनिया की नजरों मेंकितना जुदा मुझसे रहते हो तुम ।न मिलना एक पल…
मुझे मत मारो नीती यादव (सारण, बिहार) मुझे मत मारो पापा, मेरा कुसूर तो बता दो पापा ।। क्या हक नही मुझे इस धरती पर आने का ? मेरा क्या…
आज जब स्वपन में आओ तो थोड़ा ठहर के जाना भूपाल सिंह फौजदार (भरतपुर, राजस्थान) आज जब स्वपन में आओ तो थोड़ा ठहर के जाना ।तुमसे तुम्हारी एक शिकायत करनी…