Category: हिंदी कविता

हिंदी कविता

गीत बनकर जी रहे है , क्या सुनाउँ गीत क्या श्रद्धांजलि अर्पित कर मैं।

गीत बनकर जी रहे है क्या सुनाउँ गीत क्या श्रद्धांजलि अर्पित कर मैं । दर्द लेकर इस हृदय की , आह चर्चित क्यों कर मैं ।। बोधकर विज्ञान का ,…

श्रद्धा सुमन , हर पल , हर दिन , हर वर्ष , आदिकाल से ही जैविक सृष्टि का सिरमौर , शिशु , बालक , कशोर , युवा प्रौढ और वयोवृद्ध ।

श्रद्धा सुमन हर पल , हर दिन , हर वर्ष , आदिकाल से ही जैविक सृष्टि का सिरमौर , शिशु , बालक , कशोर , युवा प्रौढ और वयोवृद्ध ,…

फूलवारी , मेरी छोटी इस बगिया में फूल खिले है इतने । आसमान में जगमग करते रहते तारे जितने ।

फूलवारी मेरी छोटी इस बगिया में फूल खिले है इतने । आसमान में जगमग करते रहते तारे जितने । । नीले , पौले , हरे , गुलाबी , लाल नारंगी…

श्रद्धांजलि , जा राही , पथ दिखा हमें , नित नूतन दिशा प्रगति का ।

श्रद्धांजलिजा राही , पथ दिखा हमें , नित नूतन दिशा प्रगति का । तेरा जीवन पाथेय बनो इस दिशा विहीन जगति का । । ओ सिपाही ! जागृति के प्रहरी…

वसन्त , फैली खेतों में हरियाली,निकली जौं गेहूँ में बाली ।

वसन्त फैली खेतों में हरियाली । निकली जौं गेहूँ में बाली । लगती धरती शोभशाली । भरती लोगों में खुशहाली । । 1 । । फूली सरसो पीली – पीली…

विज्ञान , धरती के धरातल पर आकर,विज्ञान ने कब्जा कर डाला ।

विज्ञान धरती के धरातल पर आकर , विज्ञान ने कब्जा कर डाला । वरदान बना दुनियाँ के लिये , समाधान जगत का कर डाला ।। जीवन की जरुरत पूरी की…