कोरोना का क्रन्दन , बढ़ी विपदा जब धरती पर हुआ देवगण का अवतार ।
कोरोना का क्रन्दन बढ़ी विपदा जब धरती पर हुआ देवगण का अवतार । बढ़ा पाप तो आया दुर्दिन , फैला जग में अत्याचार ।। यही परम्परा बन कर रह गयी…
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हिंदी कविता
कोरोना का क्रन्दन बढ़ी विपदा जब धरती पर हुआ देवगण का अवतार । बढ़ा पाप तो आया दुर्दिन , फैला जग में अत्याचार ।। यही परम्परा बन कर रह गयी…
Lockdown 2. तुमने पहली बार किया है, मैंने तो सदा से ही, लॉकडाउन जिया हूं। मुझे रत्ती भर फरक नहीं पड़ता, कौन-सा होटल बंद, कौन-सा बाजार खुला है। मेरे लिए…
बड़ी अजीब सी है ये जिंदगी अपनी छोटी – सी खुशी के लिए कई लोगो की खुशी की कली को मुरझा देते है। ओ कली, कितनो का खुशीयो का कली…
1:- मैं तेरा हूँ , तु मेरी है , समझाऊँ कैसे , दुनिया करे, हज़ार सवाल, अपने मोहब्बत, को बचाऊ कैसे। 2:- अपना हिस्सा मांग कर देखे, सारे रिश्ते बेनकाब…
जय मां दुर्गे । दुर्गा माता की जय – जय हो । जन- जन सुखी और निर्भय हो । । रोग कभी न उन्हें सताये । दुर्दिन उनपर कभी न…
पवन पानी पनघट और प्यास पवन पानी पनघट और प्यास , इसी पर निर्भर है जीवन की आसा काल के वश चलता है जीवन , इसके लिए करना पड़ता है…