तुम मेरे लिए क्या हो
तुम मेरे लिए क्या हो ? पल्लवी कुमारी (पूर्णिया, बिहार) तपते मरुस्थल में बूंद-ए प्यास हो,थकते कदमों को दी जाने वाली आस हो।अंधेरे में दिखाती रोशनी को पिया हो,क्या बताऊं…
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हिंदी कविता
तुम मेरे लिए क्या हो ? पल्लवी कुमारी (पूर्णिया, बिहार) तपते मरुस्थल में बूंद-ए प्यास हो,थकते कदमों को दी जाने वाली आस हो।अंधेरे में दिखाती रोशनी को पिया हो,क्या बताऊं…
नववर्ष डा० जी० भक्त नववर्ष, नवोदय,नवाल्लास औरनव जीवन का सुखद संदेश ।लेकर आया प्यारा देश ।।आओ, हम सब मिलकर गायें ।हुआ सवेरा हाथ मिलायें ।।सबका जीवन सबका साथ ।नहीं रहे…
“ख़ुशी आज-कल” सुरज कुमार (सीवान, बिहार) ढूंढते रहते हो खुशीटि्वटर फेसबुक इंस्टाग्राम पर ।कभी नजर उठा कर देखो,अपने घर की दहलीज पार कर l ।क्या उठ चुका है विश्वासअपनों के…
ऐ वक़्त बिपुल रंजन (सिवान, बिहार) ऐ वक़्त ! चल तेरे साथ चलते चलते , तेरे चमत्कार देखेंगे । मंज़ूर है कि कभी अपनी जीत तो कभी अपनी हार देखेंगे…
कोरोना में बच्चें । आयुषी सिंह (राँची, झारखण्ड) कोरोना ?कैसा रोना ?फूट – फूट कर रोना ।नहीं भाई – खूब मज – मज कर हाथ धोना । सैनेटाइजर लगाना ,…
ऐसा हो संकल्प हमारा प्रियांशी प्रिया (हाजीपुर, बिहार) हम सब बालक मातृभूमि के चरणों में नतमस्तक ।सेवा करने को संकल्पित नही भूलेंगे भरसक ।। यही दृढ़ संकल्प हमारा हम सब…