मूर्छना के स्वर , ग्प्राज धिति को छोड़ दिग्गज लुप्त है । वेदना है , पीड़ बरवस गुप्त है ।
मूर्छना के स्वर ग्प्राज धिति को छोड़ दिग्गज लुप्त है । वेदना है , पीड़ बरवस गुप्त है । चेतना की चीख क्यों अब सुप्त हैं ? कल्पना के पंख…
Poets Community
हिंदी कविता
मूर्छना के स्वर ग्प्राज धिति को छोड़ दिग्गज लुप्त है । वेदना है , पीड़ बरवस गुप्त है । चेतना की चीख क्यों अब सुप्त हैं ? कल्पना के पंख…
स्वतन्त्रता और स्वतंत्रता दिवस स्वतन्त्रता एक शब्द है । जिसका एक खास महत्व है ।। इसकी रक्षा हमारा कर्तव्य है । ऐसा नेताओं का वक्त्व्य है।। देश हमारा स्वतंत्र है।…
1 चंदन की लकड़ी , फूल का हार , अगस्त का महीना , सावन की बहार , भैया की कलाई , बहन का प्यार , मुबारक हो आपको रक्षाबंधन का…
यह देश हमारा प्यारा स्वर्ग से सुंदर देश हमारा, भारत जिसका नाम। यह देश हमारा , है जग से प्यारा । जहाँ सिंधु लहराता . जहाँ बादल मंडराता । बरसती…
आया 19 जुलाई, जन्म दिन हमारा आया 19 जुलाई, जन्म दिन हमाराहर्ष भरा सुनहला प्याराउदाहरण बना है, सदासावन और हरे खेत-खलिहानआज कोरोना, बन्द है पूरा जहानऔर बादल अपना रंग दिखाएजैसे…
जन्म दिन और साथी मेरे जन्म दिन की बगिया में फूल बन आया था भावो के बगिया को भौरा बन गुनगुनाया था साथी के प्यार बन, मन मंदिर में खुशियों…