खेल, बच्चों का है खेल कबड्डी, छोड़ चले रुपयों की गड्डी ।
खेल बच्चों का है खेल कबड्डी । छोड़ चले रुपयों की गड्डी ।। खाली रहे सिनेमा हॉल । सबसे अच्छा है फुटबॉल ।। वॉली – बौल का मजा अनोखा ।…
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हिंदी कविता
खेल बच्चों का है खेल कबड्डी । छोड़ चले रुपयों की गड्डी ।। खाली रहे सिनेमा हॉल । सबसे अच्छा है फुटबॉल ।। वॉली – बौल का मजा अनोखा ।…
छठ व्रत आया छठ त्योहार अनूठा । उसके आगे सब कुछ झूठा ।। सब पर्यों से बड़ा पर्व है । सब पर्यों के अधिक खर्च है ।। डाला , कोलसूप…
चिड़िया चिड़िया गाना गाती है । दाना चुन – चुन खाती है । बच्चों को बहलाती है । छू दो तो उड़ जाती है । पेड़ो पर है उसका घर…
मेरा बिहार धरती का उपहार है न्यारा । है सुन्दर बिहार हमारा ।। शहर तीर्थ उसके है प्राण , वैभव से है भरा खदान । धरती जिसकी स्वर्ण उगलती ,…
दिवाली देखो आयी आज दिवाली । घर – घर में छायी उजियाली ।। सजा धजा है सबका आंगन । लगता है कितना मन भावन ।। दीपक और फुलझड़ियाँ जलते ।…
तिरंगा झण्डा बडे बॉस का ऊँचा डंडा । उससे लटके मेरा झंडा ।। तीन रंग है उसमें देखो । हरा , केशरिया , उजला , सीखों ।। गोल चक्र है…