चंदामामा
चंदामामा डॉ० जी० भक्त फूल – फूल पर उड़ने वाली , आओ तितलो रानी । वन – उपवन में गाने वाली , सुन लो कोयल काली । । आते चंदा…
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चंदामामा डॉ० जी० भक्त फूल – फूल पर उड़ने वाली , आओ तितलो रानी । वन – उपवन में गाने वाली , सुन लो कोयल काली । । आते चंदा…
गाँधी जी डॉ० जी० भक्त दो अक्टूवर का शुभ दिन , उस दिन जन्में गाँधी जी । अठारह सौ उनहत्तर साल , यादगार भारत का लाल ।। है महान गाँव…
चिड़ियारानी डॉ० जी० भक्त ओ आकाश के राही , डाली पर बसने वाली । निर्भय होकर उड़ने वाली तुम हो चिड़ियारानी । । पंख तुम्हारे रंग – विरंगे , चोंच…
वसन्तोत्सव डॉ० जी० भक्त सरसो के फूलों से सजकर , अमुआँ के मंजर से मिलकर , चली हवा लेकर मकरंद । शिशिर महीना माघ , वसंत । । नदियो की…
जागरण गीत डॉ० जी० भक्त जागरण के गीत हम गायें गमों से दूर हटकर । देश का उत्थान चाहें , कर परिश्रम खूब डटकर । । हम कृषक मजदूर अर्जक…
जिंदगी में कुछ करते जाओं क्षितिज उपाध्याय “किशोर” मकसद खास होना चाहिए, जिंदगी जीने का, यारों। भरोसा मत करना, खुद से ज्यादा किसी पर, यारों। क्योंकि अंधेरें में परछाई भी…