वन जीवन , वन जीवन, एक दिन गाँव का चूहा निकला अपने बिल से, जाकर बोला भालू काका ! कहता हूँ मैं दिल से।
वन जीवन एक दिन गाँव का चूहा निकला अपने बिल से । जाकर बोला भालू काका ! कहता हूँ मैं दिल से ।। बड़ा जुर्म है हम जीवों पर जीना…
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वन जीवन एक दिन गाँव का चूहा निकला अपने बिल से । जाकर बोला भालू काका ! कहता हूँ मैं दिल से ।। बड़ा जुर्म है हम जीवों पर जीना…
फल परिवार गाँवों की उपजाउ धरती , फल – फूलों से सुन्दर लगती । खेतों की है घटा निराली , झूम रही फसलों की बाली ।। बागों में फल की…
तितली दीन हूँ मैं , गमगीन नहीं हूँ फूलों का शौकीन रही हूँ ।। चंचल और हसीन भली हूँ । नाजुक वो कमसीन सही हूँ । वसती हूँ मैं बागों…
जन्म दिन हुआ सवेरा आज मनोहर लेकर अपनी गोद धरोहर । गीत सुनाती किरणें आयी जीवन का संदेश सुनायी ।। आज मिठाई हम बाटेंगे , मिलजुल कर सब ही खायेंगे…
सीख पहली शिक्षा माँ की गोद । दूसरी शिक्षा अक्षर बोध ।। तिसरी शिक्षा आज्ञा पालन । चौथी है नैतिक अनुशासन ।। पंचम सीख जीवन की कला । छठा करना…
ग्रीटिंग कार्ड डाकिया आया , डाकिया आया । मेरे लिए लिफाफा लाया ।। उत्सुकता से खोला उसको । खुश होकर दिखलाया सबको ।। देखी उसमें चिट्टी लाल । गुड़िया ने…