Author: Kshitij Upadhyay KISHOR

जिसकी लाठी उसकी भैंस , काला कुत्ता कहे कहानी , कोयल है चिड़ियों की रानी ।

जिसकी लाठी उसकी भैंस काला कुत्ता कहे कहानी , कोयल है चिड़ियों की रानी । लोमड़ी है चालाक जानवर , चूहा भागा हार मानकर ।। बिल्ली मौसी पीती दूध ,…

ईंख , बच्चों को लगती है भूख , उनको मीठा लगता ऊँख ।

ईंख बच्चों को लगती है भूख । उनको मीठा लगता ऊँख ।। उससे ही है चीनी बनती । वह सबकुछ को मीठा करती ।। गुड़ और शक्कर मत भूलो ।…

मिठाई , चला बाजार एक दिन चुन्नू , लेकर पाँच रुपैया । जाकर बोला दूकानदार से |

मिठाई चला बाजार एक दिन चुन्नू , लेकर पाँच रुपैया । जाकर बोला दूकानदार से , लड्डू कैसे भैया ।। आठ – आठ आने लड्डू मिलते , रुपये – रुपये…

बिल्ली मौसी , रुबी चली बाजार खरीदने ,अपने लिए मिठाई । जैसे दरवाजे पर पहुँची, मिल गयी एक बिलाई ।

बिल्ली मौसी रुबी चली बाजार खरीदने , अपने लिए मिठाई । जैसे दरवाजे पर पहुँची , मिल गयी एक बिलाई ।। बोली बिल्ली तुझे पता है , आज तुम्हारे घर…

बाजार की सैर , छुट्टी का दिन था एतवार, मम्मी पापा चले बाजार, साथ लगी फिर गुड़िया रानी |

बाजार की सैर छुट्टी का दिन था एतवार । मम्मी पापा चले बाजार ।। साथ लगी फिर गुड़िया रानी । करने लगी बहुत मनमानी ।। बोली मुझे – खिलौने लूँगी…

अपना गाँव, अपना गाँव निराला है, चारो ओर उजाला है ।

अपना गाँव अपना गाँव निराला है । चारो ओर उजाला है । बिजली की जगमग में देखो , हर मानव मतवाला है ।। घर में नारी खुशी मनाती , कृषक…