Author: Kshitij Upadhyay KISHOR

जीवन के सार का उल्लास भरा त्योहार है होली

जीवन के सार का उल्लास भरा त्योहार है होली देह प्राण के साथ है जीवन , आत्मा का नव अवतार है जीवन । यही प्राण का मंदिर पावन , इन्द्रियाँ…

होली , होली को त्योहार हर्ष का, हँसी – खुशी है नये वर्ष का, है वसन्त का समय सुहावन ।

होली होली को त्योहार हर्ष का । हँसी – खुशी है नये वर्ष का ।। है वसन्त का समय सुहावन । भौरोंका गुंजन मन भावन ।। वन – उपवन की…

खेल, बच्चों का है खेल कबड्डी, छोड़ चले रुपयों की गड्डी ।

खेल बच्चों का है खेल कबड्डी । छोड़ चले रुपयों की गड्डी ।। खाली रहे सिनेमा हॉल । सबसे अच्छा है फुटबॉल ।। वॉली – बौल का मजा अनोखा ।…

छठ व्रत , आया छठ त्योहार अनूठा, उसके आगे सब कुछ झूठा ।

छठ व्रत आया छठ त्योहार अनूठा । उसके आगे सब कुछ झूठा ।। सब पर्यों से बड़ा पर्व है । सब पर्यों के अधिक खर्च है ।। डाला , कोलसूप…

चिड़िया , चिड़िया गाना गाती है , दाना चुन – चुन खाती है ।

चिड़िया चिड़िया गाना गाती है । दाना चुन – चुन खाती है । बच्चों को बहलाती है । छू दो तो उड़ जाती है । पेड़ो पर है उसका घर…