Author: Kshitij Upadhyay KISHOR

फूलवारी , मेरी छोटी इस बगिया में फूल खिले है इतने । आसमान में जगमग करते रहते तारे जितने ।

फूलवारी मेरी छोटी इस बगिया में फूल खिले है इतने । आसमान में जगमग करते रहते तारे जितने । । नीले , पौले , हरे , गुलाबी , लाल नारंगी…

श्रद्धांजलि , जा राही , पथ दिखा हमें , नित नूतन दिशा प्रगति का ।

श्रद्धांजलिजा राही , पथ दिखा हमें , नित नूतन दिशा प्रगति का । तेरा जीवन पाथेय बनो इस दिशा विहीन जगति का । । ओ सिपाही ! जागृति के प्रहरी…

वसन्त , फैली खेतों में हरियाली,निकली जौं गेहूँ में बाली ।

वसन्त फैली खेतों में हरियाली । निकली जौं गेहूँ में बाली । लगती धरती शोभशाली । भरती लोगों में खुशहाली । । 1 । । फूली सरसो पीली – पीली…

विज्ञान , धरती के धरातल पर आकर,विज्ञान ने कब्जा कर डाला ।

विज्ञान धरती के धरातल पर आकर , विज्ञान ने कब्जा कर डाला । वरदान बना दुनियाँ के लिये , समाधान जगत का कर डाला ।। जीवन की जरुरत पूरी की…

किसान , बैलों को लेकर खेतों में,बढ़ता हुआ किसान देख लो ।

किसान बैलों को लेकर खेतों में , बढ़ता हुआ किसान देख लो । फसलों के बोझों से सुन्दर , भरा हुआ खलिहीन देख लो । ठठा सवेरे कृषक भोर में…

हाजीपुर , गंगा गंडक के संगम पर , हाजीपुर का शहर पुराना ।

हाजीपुर गंगा गंडक के संगम पर , हाजीपुर का शहर पुराना । तीर्थस्थल हिन्दू का सब दिन , भूल न पाता नया जमाना । । यहाँ राम आकर ठहरे थे…