दौड़ लगाती दफ्तर जाती , लौट – लौट जाकर दरबार ।।
दौड़ लगाती दफ्तर जाती , लौट – लौट जाकर दरबार ।। काम नही करते जो बाबू उनसे चलती है सरकार । काम कराते वहाँ एजेन्ट है नेता जी को क्या…
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दौड़ लगाती दफ्तर जाती , लौट – लौट जाकर दरबार ।। काम नही करते जो बाबू उनसे चलती है सरकार । काम कराते वहाँ एजेन्ट है नेता जी को क्या…
जन – गण – मन – उत्थान आओ हम सब देश बनाये सबसे सुन्दर । जहाँ न हो टकराव विवसता इसके अन्दर ।। शिक्षा , स्वास्थ्य , सुरक्षा की मजबूत…
जागृति का उद्घोष जागो भारत के लाल तन्द्रा त्यागो । ये भोग व्यसन अपराध मनुज से भागो ।। न्यायार्थ भूमि पर जमों , धैर्य अपनाओ । सत्यार्थ स्नेह सद्भाव शील…
जीवन , सत्ता और सम्मान जन से जग , जग से जनजीवन , जीवन से जग का विस्तार जग में जीवन से जन सत्ता , जन सत्ता से जग उद्धार…
छठ व्रत या सूर्योपासना छठ व्रत त्योहार का राज भारत में है पूजा जाता । चार दिनों का है त्योहार इसके पीछे लगी कतार ।। घर में तैयारी में व्यस्त…
व्रत त्योहार ( 1 ) देश हमारा बडा अनोखा । इसमें कहीं नहीं है , धोखा ।। सत्य हमारी जीवन शैली । कभी नहीं होती यह मैली ।। धर्म प्रधान…