सब्जी संसार
खेत हमारी हरी भरी है ,
उसमें गोभी लगी हुयी है ।
बैगन की मत पूछो भाई ,
सुन्दर लगती पीली राई ।।
मूली गाजर और चुकन्दर ,
बकड़ी घुसी खेत के अन्दर ।
सेम लता की शोभा न्यारी ,
पालक और प्याज की क्यारी ।।
कदू , घिउरा और करैला ,
लोग खरीदते भर – भर थैला ।
शलजम परवल कितना अच्छा ,
कुनरी को सब खातें कच्चा ।।
लाल टमाटर किसे न भाते ,
भिंडी लोग मजे से खाते ।
आलू कहता मै हूँ राजा ,
मुझे चाहिए सबकुछ ताजा ।।
हरी मिर्च की खूब बड़ाई ,
बथुआ , कुसुम तथा चौराई ।
मेथी , लहसुन , सोआ , धनिया ,
अदरख बेंचे सब दिन बनिया ।।
मटर फली की उत्तम सब्जी ,
बड़ी लसीली होती अरवी ।
झिगुनी , चढ़ल और चिचिंडा ,
गोल – गोल होता है बन्दा ।।
खट्टा पालक और सलाद ,
लोग प्यार से करते याद ।
इन सब सब्जी में भरपूर ,
लवण , विटामिन है मशहूर ।
नित दिन खूब इसे तुम खाना ,
तेल मशाले कम अपनाना ।।