भैंस
भैंस हमारी खाती घास ।
हर दिन रहती मेरे पास ।।
सदा हिलाती अपनी पूँछ ।
देती मुझको अपना दूध ।।
देखो कैसी काली है ।
भरती मेरी थाली है ।।
दूध – दही से पाल – पोषकर ,
जीवन देने वाली है ।।
नहीं मांगती कपड़ा हमसे ,
नही रुपैया पैसा ।
केवल जीती घास फूस पर ,
बड़ा जानवर कैसा ?