मेरी बगिया
सुन्दर लगती मेरी गगिया ।
हरी – भरी है जिसकी पतिया ।।
फल- -फूलों का है भंडार ।
नींबू , अमरुद और अनार ,
लीची , आम , पपीता , केला ।
कितना मीठा और रसीला ।।
भीनी – भीनी गंध सुहानी ।
गीत सुनाती कोयल रानी ।।
भौंरे और तितलियाँ उनपर ।
बच्चे दौड़े गाना सुनकर ।।
लगे खेलने हो गयी शाम ।
बड़े खुश थे खाकर आम ।।
बोला घर पर सुनलो गुड़िया ।
सबसे सुन्दर मेरी बगिया ।।