वक्त लगेगा.. , सुनो ! ज़रा देर से आना , वक्त लगेगा की जख्म अभी नासूर हैं |
वक्त लगेगा..! सुनो ! ज़रा देर से आना , वक्त लगेगा की जख्म अभी नासूर हैं , भरने में वक्त लगेगा | तुमसे जो सीखा हैं , उसे आज़माने में…
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हिंदी कविता
वक्त लगेगा..! सुनो ! ज़रा देर से आना , वक्त लगेगा की जख्म अभी नासूर हैं , भरने में वक्त लगेगा | तुमसे जो सीखा हैं , उसे आज़माने में…
“YAAD AATI HAI” Woh bhi kya din the jab baat hoti thi tumse, Shuru hota tha tumse mera din aur khatam hoti thi shaam tumhi se, Bechain ho jaaya karte…
उनके एक इशारे पे , मर मिटने को तैयार बैठे हैं | उनके एक इशारे पे , मर मिटने को तैयार बैठे हैं | हम आशिक है उनके , उनके…
“बचपन अब कहाँ “ “बचपन अब कहाँ “ तलाश ता रहता हूँ इंटरनेट पर बचपन को हर रात इतनी जल्दी क्यों बड़े हो गए? पर बचपन में तो जवानी थी…
जब गुज़ उठी किलकारी जब गुज़ उठी किलकारी, घर के आंगन में सब हसे लेकिन मैं रो रहा था, क्योंकि मैं उस समय मा से लिपटकर उसकी हुई दर्द महसूस…
जिंदगी 1. जब दादी की कहानियां ही लोरी थी और दादी का गोद ही सिरहाना था सच कहूं तो वो बड़ा ही खूबसूरत जमाना था स्कूल जाने की ख़्वाहिश तो…