जीवन पथ
जीवन पथ नदियों के पावन तट पर , प्रमुदित मन मानव बैठा । था सोच रहा जीवन का , पथ सुन्दर संगम जैसा ।। जो प्रगत प्रपात सरीखा , प्रवाहित…
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हिंदी कविता
जीवन पथ नदियों के पावन तट पर , प्रमुदित मन मानव बैठा । था सोच रहा जीवन का , पथ सुन्दर संगम जैसा ।। जो प्रगत प्रपात सरीखा , प्रवाहित…
कौमुदी महोत्सव शरच्चन्द्र की चारुचन्द्रिका उज्जवल धवल विमल वातायन । पूनम का प्रमुदित नभमंडल सुरभित मुखरित कविकुल गायन ।। आज उपस्थित कुमुद कलिसम संकुल कविजन सुजनसुम्नसम । सभा मध्य संगीत…
दुर्गा पूजा देवि दुर्गा दिव्यता का पूंज है । नारियों में वीरता से पूर्ण हैं । भारती भारत भवन में गुंज है । संस्कृति के भाव से अदुण्ण है ।।…
गाँधी जी के जन्म दिवस पर सृष्टि में , जन्म दिन सम्भावनाएँ लेकर आता है एवं मृत्यु में उसकी परिणति पाता है । कर्मयम प्रकृति जन्मदातृ है , तो जाकक…
अमृत वचन प्रथम सफाई मन की कीजै । दूसर ध्यान बदन पर दीजै ।। तीसर वस्त्र , चौथा आचरण । पंचमशीलमधुर सम्भाषण । छठा विनय पूर्ण व्यवहार । सप्तम कीजै…
दोषी कौन इस विशाल भू – पटल पर साम्राज्य है मानव का , पराक्रम है दानव का । भीषण प्रचण्ड शोषण , और फैलता प्रदूषण । धरती आकाश और सागर…