खिचड़ी ,जाड़ा ले आयी जनवरी , लोग उड़ाते चूड़ा दही ।
खिचड़ी जाड़ा ले आयी जनवरी । लोग उड़ाते चूड़ा दही ।। चीनी कितनी महंगी हो गयी । मीठा पर भी गरमी आ गयी ।। पानी वाला दूध मंगाया । किसी…
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हिंदी कविता
खिचड़ी जाड़ा ले आयी जनवरी । लोग उड़ाते चूड़ा दही ।। चीनी कितनी महंगी हो गयी । मीठा पर भी गरमी आ गयी ।। पानी वाला दूध मंगाया । किसी…
फल फल गुणों का है भंडार । फल से भरा – पड़ा संसार ।। खट्ठा , मीठा और रसीला । इमली , अमरुद , ककड़ी , खीरा ।। केला ,…
खेत खलिहान उठो सबेरे हुआ बिहान । खेती करने चला किसान ।। कृषि प्रधान देश की गरिमा । हरित क्रान्ति की है यह महिमा ।। हरी – भरी है खेत…
होली आयी होली है त्योहार रंग का । हँसी – खुशी , उत्साह उमंग का ।। खाते और बजाते ढोल । भंग रंग का है माहौल ।। भाभी सब्जी काट…
मुबारकबाद कहते सभी मुबारकबाद । नये वर्ष का नूतन स्वाद ।। कहते है सब वर्ष नया है । और पुराना चला गया है ।। लेकर आया मन में हर्ष ।…
मेरी बगिया सुन्दर लगती मेरी गगिया । हरी – भरी है जिसकी पतिया ।। फल- -फूलों का है भंडार । नींबू , अमरुद और अनार , लीची , आम ,…