भैंस, भैंस हमारी खाती घास, हर दिन रहती मेरे पास, सदा हिलाती अपनी पूँछ ।
भैंस भैंस हमारी खाती घास । हर दिन रहती मेरे पास ।। सदा हिलाती अपनी पूँछ । देती मुझको अपना दूध ।। देखो कैसी काली है । भरती मेरी थाली…
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हिंदी कविता
भैंस भैंस हमारी खाती घास । हर दिन रहती मेरे पास ।। सदा हिलाती अपनी पूँछ । देती मुझको अपना दूध ।। देखो कैसी काली है । भरती मेरी थाली…
घड़ी हमारी घड़ी हमारी चलती है । कभी नहीं यह थकती है ।। नित दिन टिक – टिक करती है । मीठे स्वर से कहती है ।। उठो सवेरे घुमने…
जाड़ा आया जाड़ा पहनो कोट । कुरता पहनो सबसे मोट ।। मोफलर सदा लपेटे रहना । धोखे से सर्दी मत सहना ।। अन्दर स्वेटर सिर पर टोपी । सब्जी खाना…
जिसकी लाठी उसकी भैंस काला कुत्ता कहे कहानी , कोयल है चिड़ियों की रानी । लोमड़ी है चालाक जानवर , चूहा भागा हार मानकर ।। बिल्ली मौसी पीती दूध ,…
ईंख बच्चों को लगती है भूख । उनको मीठा लगता ऊँख ।। उससे ही है चीनी बनती । वह सबकुछ को मीठा करती ।। गुड़ और शक्कर मत भूलो ।…
मिठाई चला बाजार एक दिन चुन्नू , लेकर पाँच रुपैया । जाकर बोला दूकानदार से , लड्डू कैसे भैया ।। आठ – आठ आने लड्डू मिलते , रुपये – रुपये…