रक्षाबन्धन , है अभिनन्दन , भाई – बहन का करुण कंदन
रक्षाबन्धन डा ० जी ० भक्त 1 रक्षाबन्धन , है अभिनन्दन , भाई – बहन का करुण कंदन , चाह रहा समरस सम्बर्द्धन । 2 आज विश्व में फैल रहा…
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हिंदी कविता
रक्षाबन्धन डा ० जी ० भक्त 1 रक्षाबन्धन , है अभिनन्दन , भाई – बहन का करुण कंदन , चाह रहा समरस सम्बर्द्धन । 2 आज विश्व में फैल रहा…
देश भक्ति का सकल्प डा ० जी ० भक्त पंद्रह अगस्त , स्वतंत्रता दिवस । कैसे मनाएँ हम बरवस , कोरोना में देश पड़ा है विवश ।। आ पड़ा है…
देश हमारा -2 देश हमारा प्यारा है , सब देशों से न्यारा है । गाता नित जग , सारा है , यह आँखों का तारा है ।। धरती इसकी हरी…
देश हमारा -1 कितना प्यारा देश हमारा , जन – जन की आँखों का तारा । बहती जिसमें अगनित धारा देख तरसता नित जग सारा ।। गंगा यमुना जिसकी बेटी…
मेरा देश – 2 सबको देता है संदेश । मेरा प्यारा भारत देश ।। उत्तर में है खड़ा हिमालय । दक्षिण सागर है लहराता । सरिता , पर्वत , उपवन…
मेरा देश – 1 भारतवासी का संदेश । सबसे प्यारा मेरा देश ।। इसका मुकुट हिमालय पर्वत । जिसका चरण पखारे सागर ।। नदियाँ जिसकी गंगा यमुना । जिसके अन्दर…