अब आया है पर्वों का दौड़
अब आया है पर्वों का दौड़ भाग ‘ ख ‘ आश्विन पितृ पक्ष का हल्ला। पितरों को है शांति दिलाता ।। इसी बीच जीवित पुत्री का । जीवन पोषण निज…
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हिंदी कविता
अब आया है पर्वों का दौड़ भाग ‘ ख ‘ आश्विन पितृ पक्ष का हल्ला। पितरों को है शांति दिलाता ।। इसी बीच जीवित पुत्री का । जीवन पोषण निज…
अब आया है पर्वों का दौड़ भाग ‘ क ‘ गया कुआँर फिर कार्तिक आया । पर्वों का एक दौड़ है लाया ।। इसी देश में देखा हमने । उत्सव…
मातृ देवी दुर्गा नमस्तुते भारत की प्रथा है धार्मिक अनुष्ठान की । यहाँ पर मान्यता हम देते है भगवान की ।। इसकी महिमा निहित है आध्यात्म में। हम आस्था रखते…
दो अक्टूबर दो अक्टूबर । इतिहास का धरोहर ।। महानता का शोधक । सत्यम अहिंसा का उद्घोषक ।। सादगी का पोषक । स्वतंत्रता का धोतक ।। प्रतिक बना शान्ति का…
रक्षाबन्धन डा ० जी ० भक्त 1 रक्षाबन्धन , है अभिनन्दन , भाई – बहन का करुण कंदन , चाह रहा समरस सम्बर्द्धन । 2 आज विश्व में फैल रहा…
देश भक्ति का सकल्प डा ० जी ० भक्त पंद्रह अगस्त , स्वतंत्रता दिवस । कैसे मनाएँ हम बरवस , कोरोना में देश पड़ा है विवश ।। आ पड़ा है…