Category: हिंदी कविता

हिंदी कविता

पुत्रिया ,पुत्रियाँ उपवन की कलियाँ हैं, सृष्टि की शास्वत संचालिका हैं

पुत्रिया पुत्रियाँ उपवन की कलियाँ हैं । सृष्टि की शास्वत संचालिका हैं । संस्कृति की पालिका हैं । मातृत्त्व की साधिका हैं । जगत की मातृका हैं । प्रकृति की…

गंगास्नान, गंगा की महिमा अपार है, शिव की जटा से निकसित धार है ।

गंगास्नान गंगा की महिमा अपार है । शिव की जटा से निकसित धार है ।। विष्णु के पद का प्रपात है । मनि भागीरथ तप प्रसाद है ।। दर्शन मज्जन…