हाजीपुर

गंगा गंडक के संगम पर , हाजीपुर का शहर पुराना ।
तीर्थस्थल हिन्दू का सब दिन , भूल न पाता नया जमाना । ।

 यहाँ राम आकर ठहरे थे , बुद्वदेव होकर गुजरे थे ।
विष्णु ने उद्वार किया गज – की जब करुण पुकार सुने थे ।
मीरन का मकवरा यही है , हाजी साहब का ठहराव ।
यही नेपाल राज की सीमा , शिवई सिंह का यही पड़ाव । ।
ताज – बाज तालाब यहाँ पर , मामा – भांजा पीर जहाँ पर ।
अन्दर किला मुहल्ला देखो , पत्थ की मस्जिद वहाँ पर । ।
कोनहारा , रामचोड़ा हर दिन , याद दिलाता जिस घटना का ।
यहाँ खडा होकर कर सकते , साफ – साफ दर्शन पटना का । ।
 तीन नदी का संगम है यह , पाँच पुलों का धनी शहर । उत्तर
बिहार के व्यस्त मार्ग पर , यह कैसा एलेक्ट्रोनिक नगर । ।
गाँधी सेतु गौरव जिसका , है आद्यिोगिक नगर बसा ।
हरा भरा उद्यान पान का कदली आम से सजा – धजा । ।
बीजों का व्यापार गहन है फल – फूलों का बाग सघन ।
संगम है संस्कृति का उज्लवल दुनियाँ करती इसे नमन ।
तीन जिलों को जोड़ रहा है , यह पवित्र सुरधाम शहर ।
जीवनदायक शिक्षा देती , कल – कल स्वर से लोल लहर । ।
माथुर साहव की स्मृति का , वैशाली का यह मुख्यालय ।
झांक रहा है इस जनपद को , बड़े स्नेह से खड़ा हिमालय । ।

डॉ0 जी भक्त,

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