जन्म दिन

   डॉ० जी० भक्त

जन्म दिन Dr. G. Bhakta poem

जन्म दिन क्या है ।
एक इतिहास है , धरती पर आने का ।
जीवन यादगार है , आने जाने का । ।
हर दिन जन्म लेते है लोग ,
हर दिन दम तोड़ते हैं लोग ,
जिन्दगी से जुड़ते हैं कुछ लोग ,
जिनकी याद करते हैं सब लोग ।
जिन्दगी वह , जो कहानी बन जाय ।
जिसकी याद हर की जुबानी बन जाय । ।
जिसके आइने में झलके औरों का जीवन ,
वैसा महान हर आदमी बन जाय । ।
तभी सार्थक है जीवन ,
तभी मतलब है जन्म दिन के ।
सारी खुशियाँ , सारी आशाएँ
परिश्राम पर टिके हैं जिनके । ।
तुम मिहनत के फूलों को ,
सद्गुणों के हार में , सच्चाई –
के धागों से पिरोकर ,
सफलताओं के शिखर
पर ऐसे चढ़ाओ कि आकाश झुक जाये ।
तुम्हारा यह मन तुम्हारा यह घर ,
तुम्हारे साथी और जन्म दिन
का समाराह विश्व में स्थापित हो ।
उस दिन तुम्हारी याद में ,
सूरज की किरणें , चाँद की चाँदनी ,
फूलों की महक , सब के सब ,
स्वागत में एक बार फिर ,
तुम्हारी जीत के गीत गायें । ।
ऐसी है शुभकामना नवीन ।
मुबारक हो तुम्हें ऐसा जन्म दन ।

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